आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार का इस तरह उजागर होना भारतीय कानून संहिता की पारदर्शिता और न्याय की जीत : विक्रमजीत सिंह

आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार का इस तरह उजागर होना भारतीय कानून संहिता की पारदर्शिता और न्याय की जीत : विक्रमजीत सिंह
आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार का इस प्रकार से उजागर होना भारतीय कानून संहिता की पारदर्शिता और न्याय की जीत है। अब जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ED द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है, पूरा सच सामने आने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। 
केजरीवाल और इनके नेताओं के घोटालों के रहस्य जैसे-जैसे बाहर आ रहे हैं, इससे आम आदमी पार्टी के बाकी बचे हुए नेताओं को भी जवाबदेह बनाना जरूरी है। इससे न्यायिक और कानूनी संस्थाओं की अखंडता और ईमानदारी की शक्ति में दिल्ली और देश की जनता का विश्वास बढ़ेगा।
आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार की नींव पर बना हुआ एक राजनीतिक दल है, जिसके नेता धोखे और शोषण पर पलते हैं। संदिग्ध बेनामी संपत्ति सौदों से लेकर फर्जी शिक्षा नीति और अब शराब आबकारी नीति घोटाल तक, उनके शासन का हर पहलू हेरफेर और सत्ता के दुरुपयोग के पैटर्न को दर्शाता है।
जनहित की सेवा करने के बजाय, अरविंद केजरीवाल अपने स्वार्थी और गैरकानूनी एजेंडे को पूरा करने के लिए बड़ी ही बेशर्मी से नीतियों का अपहरण करते हैं, जिससे पार्टी के भीतर दण्डमुक्ति और नैतिक दिवालियापन की संस्कृति कायम हो चुकी है। नैतिक मानकों के प्रति इस तरह की घोर उपेक्षा लोकतंत्र की नींव को कमजोर करती है और राजनीतिक प्रक्रिया में जनता के विश्वास को खत्म करती है।