‘बाढ़ और भूस्खलन की आशंका वाले स्थानों से रहें दूर’ लगातार बारिश को देखते हुए डीसी अमरजीत सिंह ने की अपील
हमीरपुर में अभी तक हो चुका है 81.61 करोड़ रुपये का नुक्सान

जिले के अधिकांश क्षेत्रों में रविवार रात से हो रही बारिश को देखते हुए उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने सभी जिलावासियों से ऐहतियात बरतने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि लगातार बारिश के कारण ब्यास नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। इसके अलावा लारजी बांध और पंडोह बांध से कभी भी पानी छोड़ा जा सकता है। इसको देखते हुए सुजानपुर और नादौन उपमंडल के निचले क्षेत्रों के लोग ब्यास नदी के पास न जाएं। उन्होंने कहा कि खराब मौसम में जिले की अन्य खड्डों और नालों तथा भूस्खलन की आशंका वाले स्थानों से भी दूर रहें। भारी बारिश में घर से बाहर निकलने का जोखिम न उठाएं। खराब मौसम में पेड़ों के नीचे आश्रय न लें तथा बिजली की तारों से सुरक्षित दूरी बनाएं रखें। उपायुक्त ने किसी भी आपातकालीन स्थिति में स्थानीय प्रशासन या जिला आपदा नियंत्रण कक्ष के टॉल फ्री नंबर 1077 अथवा दूरभाष नंबर 01972-221277 पर संपर्क करने की अपील भी की है।
उन्होंने बताया कि इस मॉनसून सीजन के लगभग एक महीने के दौरान ही जिला हमीरपुर में सरकारी और निजी संपत्ति के नुक्सान का आंकड़ा 81.61 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
सोमवार दोपहर तक जिला एमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (डीईओसी) में प्राप्त नुक्सान के आंकड़ों के अनुसार अभी तक मॉनसून सीजन के दौरान जिला में जल शक्ति विभाग को सर्वाधिक 46.75 करोड़ रुपये, लोक निर्माण विभाग को 32.64 करोड़, बिजली बोर्ड को 74.51 लाख और शिक्षा विभाग को 23.18 लाख रुपये की क्षति हुई है। बागवानी विभाग ने विभिन्न फसलों को हुए 18.06 लाख रुपये और कृषि विभाग ने 1.15 लाख रुपये के नुक्सान की रिपोर्ट प्रेषित की है।
4 कच्चे मकान ध्वस्त हुए हैं, जिससे लगभग 4.50 लाख रुपये के नुक्सान का अनुमान है। 18 अन्य कच्चे मकानों और 9 पक्के मकानों को आंशिक रूप से क्षति पहुंची है, जिससे लगभग 17.61 लाख रुपये का नुक्सान हुआ है। जिले भर में 65 डंगे भी गिरे हैं, जिनमें लगभग 58.61 लाख रुपये की क्षति हुई है। 37 गौशालाओं के ध्वस्त होने से लगभग 21 लाख रुपये का नुक्सान हुआ है।
उपायुक्त ने सभी विभागों के फील्ड अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में हुए नुक्सान की रिपोर्ट तुरंत भेजें, ताकि प्रभावित लोगों की मदद की जा सके।