युवाओं को प्रतिवर्ष एक लाख सरकारी नौकरी देने की गारंटी, से पलट जाने से सुक्खू सरकार की असलियत जनता के सामने

युवाओं को प्रतिवर्ष एक लाख सरकारी नौकरी देने की गारंटी, से पलट जाने से सुक्खू सरकार की असलियत जनता के सामने

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में युवाओं को प्रतिवर्ष एक लाख सरकारी नौकरी देने की गारंटी, से पलट जाने से सुक्खू सरकार की असलियत व चेहरा प्रदेश की जनता के सामने आ गया है। विधानसभा के अंदर नेता विपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस द्वारा चुनावों से पूर्व प्रदेश के युवाओं को दी गई गारंटी की याद कारवाई और कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र के प्रति विधानसभा के अंदर प्रस्तुत की, जिससे प्रदेश सरकार का युवा विरोधी चेहरा सबके सामने आ गया।
 भाजपा प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र धर्माणी ने सुक्खू सरकार को "झूठ की सरकार" बताते हुए कहा की विधानसभा में अपने वायदे से मुकर कर सुक्खू सरकार ने प्रदेश के लाखों पढ़े लिखे बेरोजगार युवाओं के साथ विश्वासघात किया है जो अत्यंत ही निंदनीय है। उन्होंने कहा विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस के प्रदेश और राष्ट्रीय नेताओं ने कांग्रेस की सरकार प्रदेश में बनने के बाद पहली केबिनेट में 1 लाख सरकारी नोकरियाँ देने की गारंटी प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को दी थी, अब सरकार झूठ के सहारे सत्ता प्राप्त करने के बाद अपनी चुनावी गारंटी को पूरा करने से पीछे हट रही है, जो प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के साथ एक भद्दा मजाक है। आज प्रदेश के युवा नौकरी की मांग को लेकर सड़कों पर हैं। एक ओर सरकारी क्षेत्र में भर्तियां नहीं हो रही है और दूसरी ओर सरकार के उद्योग विरोधी निर्णयों से प्रदेश के उद्योग पलायन करने को मजबूर हो रहे है। सरकार के संरक्षण में प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है।
महेंद्र धर्माणी ने सरकार पर प्रहार करते हुए कहा की विधानसभा के अंदर दिए गए बयान से यह साबित हो गया है कि 14 माह से प्रदेश के अंदर "झूठ की सरकार-लूट की सरकार" चल रही है। युवाओं को चुनाव के दिनों में नौकरी देने का वादा पूरा करके सरकार उनको छलने का काम करके उनकी भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है।