आईटीआई में गीत-संगीत और नाटक से दी एड्स से बचाव की जानकारी

आईटीआई में गीत-संगीत और नाटक से दी एड्स से बचाव की जानकारी

विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य पर शुक्रवार को औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान हमीरपुर में एक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। खंड चिकित्सा अधिकारी कार्यालय टौणीदेवी द्वारा हिमाचल प्रदेश एड्स कंट्रोल सोसाइटी के सौजन्य से आयोजित इस कार्यक्रम में संस्थान के प्रशिक्षुओं को एड्स के कारणों और इससे बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
 इस अवसर पर खंड चिकित्सा अधिकारी कार्यालय टौणीदेवी के राजेश कुमार, अर्बन आशा वर्कर निशा और निर्मला ने बताया कि एड्स जैसी लाइलाज बीमारी को केवल जागरुकता से ही रोका जा सकता है। उन्होंने बताया कि आम लोगों को जागरुक करने के लिए और विशेषकर एचआईवी संक्रमित एवं एड्स के संदिग्ध मरीजों को परामर्श देने के लिए आईसीटीसी यानि इंटीग्रेटड काउंसलिंग एंड टेस्टिंग सेंटरों की स्थापना की गई है। इन केंद्रों में गर्भवती महिलाओं को भी जांच के लिए जानकारी व परामर्श दिया जाता है, जिसके बाद स्वैच्छिक जांच का फार्म भरकर जांच की जाती है। यहां एचआईवी-एड्स के सभी संदिग्ध मामलों की जानकारी पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है।
कार्यक्रम के दौरान जीवन म्यूजिकल ग्रुप हमीरपुर के लोक कलाकारों ने मोनिका, सुमन और अन्य लोक कलाकारों ने गीत-संगीत और लघु नाटक के माध्यम से प्रशिक्षुओं को जागरुक किया। संस्थान के प्रधानाचार्य सुभाष चंद ने जागरुकता कार्यक्रम के आयोजन के लिए एड्स कंट्रोल सोसाइटी, खंड चिकित्सा अधिकारी कार्यालय की टीम और जीवन म्यूजिकल ग्रुप के कलाकारों का धन्यवाद किया।