राज्यपाल ने राष्ट्रीय अखंडता के लिए आयोजित सर्वधर्म सद्भाव बैठक की अध्यक्षता की

राज्यपाल ने राष्ट्रीय अखंडता के लिए आयोजित सर्वधर्म सद्भाव बैठक की अध्यक्षता की

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज राजभवन में सर्वधर्म सद्भाव बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में विभिन्न धार्मिक समुदायों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू भी उपस्थित रहे।

राज्यपाल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान हमेशा से ही आतंकवाद की पनाहगार रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना आतंकवाद को बढ़ावा देती है और उनकी सरकार के मंत्री गैर-जिम्मेदाराना तरीके से चरमपंथी गतिविधियों का समर्थन करते हैं। उन्होंने 22 अप्रैल की कायरतापूर्ण घटना की निंदा करते हुए कहा कि भारत ने पाकिस्तान के आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले तंत्र को नष्ट करने के लिए निर्णायक कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने स्वयं को संयमित करने के बजाय अंतरराष्ट्रीय सीमा पार नागरिकों पर हमला करके गंभीर उल्लंघन किया है। उन्होंने सीमावर्ती गांवों के साथ-साथ मंदिरों और गुरुद्वारों सहित पूजा स्थलों को भी निशाना बनाया है।

उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्रवाई से आतंकवाद का असली चेहरा और इसके पीछे की विचारधारा प्रदर्शित होती हैं। राज्यपाल ने सर्वधर्म सद्भाव बैठक के महत्व को रेखांकित करते हुए एकता, आपसी सह-अस्तित्व और सांप्रदायिक सद्भाव को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पूरा देश पाकिस्तान के उकसावे और नियंत्रण रेखा पर शांति को बाधित करने के प्रयासों के खिलाफ एकजुट है।

राज्यपाल ने सभी धार्मिक नेताओं और समुदायों से सामूहिक रूप से पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे विभाजनकारी प्रचार की निंदा करने और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से फैलाई जा रही गलत सूचनाओं के प्रति सतर्क रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कोई भी ताकत भारत की एकता और अखंडता को कमजोर नहीं कर सकती है और सामूहिक प्रयासों के माध्यम से देश की अखंडता को मजबूत किया जाना चाहिए। 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा देश की विविधतापूर्ण अखंडता पर जब-जब संकट आया है तब भारत के नागरिक संप्रभुता बनाए रखने लिए बलिदान देने से कभी पीछे नहीं हटे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की धार्मिक विविधता और एकता की समृद्ध विरासत की ताकत भारत को और अधिक मजबूत राष्ट्र बनाती है। 

उन्होंने कहा कि राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर इस संकट की घड़ी में पूरा देश और विपक्ष भी केंद्र सरकार के साथ मजबूती से खड़ा है। भारतीय सशस्त्र बलों की क्षमताओं पर पूरे देश को विश्वास है। 

मुख्यमंत्री ने नागरिकों से सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही भ्रामक खबरों पर विश्वास न कर, सतर्क रहने को कहा। उन्होंने भारतीय मूल्यों का स्मरण करवाते हुए कहा कि भारतीय सेनाओं ने किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को निशाना नहीं बनाया है, जो देश की शांति और मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने लोगों से भारत सरकार और राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों व मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन करने का आग्रह किया।

इस अवसर पर विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों ने भी अपनी एकजुटता व्यक्त कर अपने विचार साझा किए।

इस अवसर पर कुटलैहड़ के विधायक विवेक, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, शिमला नगर निगम के महापौर सुरेन्द्र चौहान, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) ओंकार शर्मा, पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा, राज्यपाल के सचिव सी.पी. वर्मा, एडीजीपी अजय यादव, आरट्रैक के वरिष्ठ अधिकारी तथा राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।