पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने आज संसद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी व कांग्रेस पार्टी द्वारा चुनाव सुधार प्रक्रिया व SIR का विरोध बेबुनियाद बताते हुए कहा कि राहुल गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस 95 चुनावों में हार का मुंह देख चुकी है और 2026 तक राहुल गांधी 100 चुनावी हार कर रिकॉर्ड बनायेंगे।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि भारत सुधारों की बड़ी प्रक्रिया से गुजर रहा है और चुनाव सुधार प्रक्रिया भी उसी में से एक है। चुनाव सुधारों के बारे में मैं बस इतना ही कहूंगा कि पिछले 10 सालों में मोदी सरकार ने ब्रिटिश जमाने के हजारों पुराने कानूनों को हटा दिया है, साथ ही आजाद भारत में लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए नए कानून बनाए गए हैं। चुनाव आयोग ने वोटरों को पूरे अधिकार देने के लिए चुनावी सुधार किए हैं। इसका कोई विरोध नहीं होना चाहिए। कांग्रेस द्वारा इन सुधारों का विरोध बेबुनियाद है। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस 95 चुनावों में हार का मुंह देख चुकी है। 2026 तक राहुल गांधी 100 चुनावी हार के शतक का रिकॉर्ड बनायेंगे। जब चुनाव हारते हैं, तो वे ईवीएम पर सवाल उठाते हैं या मतदाताओं को दोष देते हैं। पार्टी के भीतर भी राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठाए जाते हैं। बार-बार सबूत देने के अनुरोध के बावजूद, आपने मतदाता सूची के मुद्दे को संवैधानिक संस्थाओं के सामने उठाने से परहेज किया। राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने इसका पालन नहीं किया। कांग्रेस ने पहले कहा कि ईवीएम मशीन के साथ हेराफेरी होती है, ईवीएम बैन करो, बैलेट पेपर लाओ। फिर कहा ईवीएम को रिमोटली हैक किया जा सकता है। फिर कहा वीवीपैट 100 प्रतिशत चेक सुनिश्चित करो। कांग्रेस ने आत्मचिंतन नहीं किया, लेकिन ईवीएम से लेकर संवैधानिक संस्थाओं तक पर आरोप लगाती रही।
अनुराग ठाकुर ने कहा "मैं राहुल गांधी को यही कहूंगा, धूल चेहरे पर थी और आप आईना साफ करते रहे। बिहार चुनावों के दौरान, किसी भी व्यक्ति ने यह दावा नहीं किया कि उनका वोट हटा दिया गया है। राजनीतिक पार्टियों के पास भी आपत्ति उठाने के लिए काफी समय था, लेकिन किसी ने यह नहीं कहा कि उन्हें वोट देने से रोका गया। इस कवायद का मकसद चुनावी निष्पक्षता को मजबूत करना और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को ज्यादा पारदर्शी और जवाबदेह बनाना है।"