घर-परिवार की नींव होती हैं बेटियां: सुरेश कुमार

महिला एवं बाल विकास विभाग ने सुलगवान में मनाया बालिका दिवस

घर-परिवार की नींव होती हैं बेटियां: सुरेश कुमार

महिला एवं बाल विकास विभाग ने बुधवार को भोरंज क्षेत्र के गांव सुलगवान में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत एक जागरुकता शिविर एवं बालिका दिवस आयोजित किया, जिसमें विधायक सुरेश कुमार ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
 इस अवसर पर सुरेश कुमार ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों का उद्देश्य एक बच्ची के जन्म से लेकर परिवार में उसकी स्थिति, शिक्षा के अधिकार और कॅरियर में महिलाओं के विकास में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए जागरुकता फैलाना है। सुरेश कुमार ने कहा कि आज के बच्चे और युवा आने वाले कल का भविष्य होते हैं। इनमें लिंग भेद से देश और समाज का विकास प्रभावित हो सकता है। विधायक ने कहा कि बेटियां तो घर-परिवार की नींव की तरह होती हैं। वे समाज और राष्ट्र के निर्माण में अहम भूमिका निभाती हैं। उनके साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।
 कार्यक्रम के दौरान विधायक ने 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाओं तथा खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बेटियों को पुरस्कृत किया। उन्होंने बेटियों के जन्म पर माताओं को भी विशेष रूप से सम्मानित किया।
 इस अवसर पर विधायक, अन्य अतिथियों और सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि जन्म से ही लड़की की कई भूमिकाएं बन जाती हैं। बालिकाओं को मौका मिले तो वे हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर राष्ट्र निर्माण में योगदान देती हैं। उन्होंने कहा कि आज भी कई महिलाओं को अपने अधिकारों की जानकारी नहीं होती है। इस कारण उन्हें शिक्षा और कॅरियर निर्माण के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है। इसी के मद्देनजर हर साल अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य बालिकाओं की स्थिति को मजबूत बनाना है।