पोषण शपथ और पोषण गान की स्वर लहरियों के साथ शुरू हुआ पोषण पखवाड़ा
पहले दिन ‘श्री अन्न : पोषण रूपी धन’ और ‘हर घर आंगन हो पोषण वाटिका’ का दिया संदेश
विकास खंड सुजानपुर में 20 मार्च से 3 अप्रैल तक चलने वाले राष्ट्रीय पोषण पखवाड़े का शुभारंभ विभिन्न कार्यालयों, ग्राम पंचायतों, विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण शपथ और शंकर महादेवन के स्वर में रिकॉर्डड पोषण गान ‘देश उम्मीद से है’ की स्वर लहरियों के साथ हुआ।
इस अवसर पर लघु सचिवालय सुजानपुर में एसडीएम सुजानपुर डॉ हरीश गज्जू ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पोषण शपथ दिलाई तथा उपस्थित प्रतिभागियों से मोटे अनाजों के अधिकतम प्रयोग और प्रचार का आह्वान किया। विकास खंड के अन्य विभागों के कार्यालय अध्यक्षों ने भी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पोषण शपथ दिलाई। इनके अलावा सभी पंचायतों, विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों में भी पोषण शपथ की व्यवस्था की गई।
बाल विकास परियोजना अधिकारी कुलदीप सिंह चौहान ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में शंकर महादेवन द्वारा गाये पोषण गीत ‘देश उम्मीद से है’ की स्वर लहरियों की धूम रही। कुलदीप सिंह चौहान ने बताया कि पोषण पखवाड़े के प्रथम दिन ‘श्री अन्न : पोषण रूपी धन’ और ‘हर घर आंगन हो पोषण वाटिका’ का संदेश दिया गया। उन्होंने बताया कि पोषण पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य परहेज एवं पोषण को स्वास्थ्य की प्रथम सुरक्षा दीवार के रूप में विकसित करना है, ताकि देश न केवल समर्थ मानव संसाधन शक्ति एवं आर्थिक शक्ति के रूप में उभरे, अपितु स्वास्थ्य व्यवस्था पर अतिरिक्त दबाव न बने और इलाज पर होने वाले खर्च को भी कम किया जा सके।
उन्होंने बताया कि मोटे अनाज अपने संपूर्ण आहारीय गुणों, विपरीत भौगोलिक एवं मौसमी परिस्थितियों में भी बेहतर पैदावार देने और पर्यावरण मित्र होने के कारण भुखमरी एवं कुपोषण से लडऩे में सर्वथा सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत पोषण वाटिकाओं के माध्यम से सूक्ष्म पोषक तत्वों जैसे-आयरन, कैल्शियम, पोटाशियम एवं विटामिन इत्यादि की कमी को स्थानीय उपलब्ध सामग्री से पूरा करने का संदेश देने का प्रयत्न भी किया जा रहा है।