बाबा बालक नाथ की पावन धरा पर इस बार खिलेगा सुशासन और समृद्धि का कमल ----लखनपाल

शगुफे छोड़ने बाले मुख्यमंत्री बताये कहां रखे बड़सर मे पकड़े 55 लाख मुख्यमंत्री ये भी स्पष्ट करे बड़सर कांग्रेस प्रत्याशी खनन माफिया की किस श्रेणी मे आते हैं!

बाबा बालक नाथ की पावन धरा पर इस बार खिलेगा सुशासन और समृद्धि का कमल ----लखनपाल

बाबा बालक नाथ की पावन धरा बड़सर मे इस बार सुशासन और समृद्धि का कमल खिलेगा! भाजपा प्रत्याशी इंद्रदत्त लखनपाल ने यह शब्द वीरवार को अपने चुनावी प्रचार के दौरान बड़सर के विभिन्न क्षेत्रों मे आयोजित नुक्कड सभाओं के दौरान कहे है! इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा कि बड़सर भाजपा की एकजुटता को देखकर कांग्रेस के पैरों तले जमीन खिसक चुकी है! मुख्यमंत्री बड़सर ही नहीं अन्य पांच विधानसभाओं के उप चुनाव व लोकसभा उपचुनाव मे अपनी हार को निश्चित देखर बकाऊ हो चुके है जिस कारण से वह हर मंच से कांग्रेस छोड़ भाजपा मे शामिल हुए विधायकों को कभी 25 करोड़ तो कभी 15 करोड़ मे बिकने के झूठे आरोप लगाकर जनता की साहनुभूति प्राप्त करना चाह रहे है! हद तो तब हो गई जब मुख्यमंत्री ने भोरंज मे सियासी मंच से अपनी झूठ की गठरी से बड़सर मे 55 लाख पकड़ने का शगुफा छोडा लेकिन मुख्यमंत्री के इस शगुफे से उनकी असलियत को जनता के सामने खोल कर रख  दिया है! 
अब जब जनता मुख्यमंत्री से सवाल कर रही है कि जो 55 लाख रूपये बड़सर मे पकड़े वह कहां है और इसकी आधिकारिक पुष्टि क्यों नहीं हो पा रही है तो  मुख्यमंत्री किसी भी सवाल का जबाब नहीं दे पा रहे है! लखनपाल ने कहा लखनपाल बोले पिछले विधानसभा चुनावों मे सता मे आई कांग्रेस सरकार की नींव ही झूठ पर रखी गई थी! मुख्यमंत्री अपने विधायकों व प्रदेश की जनता से पिछले 15 महीनो से झूठ ही बोलते आ रहे है और उप चुनावों मे उनके झूठ की पोल भी उनके अपने शब्द ही जनता के बीच  खोल रहे है! भाजपा प्रत्याशी लखनपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री हर मंच से 15 करोड़ मे बिकने की बात कर रहे है लेकिन मै मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हुँ कि उन्होंने भाजपा के लोगों को अपनी पार्टी से टिकट देकर उन्हें  कितने करोड़ मे खरीदा है, इसका जबाब भी जनता को देना चाहिए !  लखनपाल बोले हमने तो पार्टी नहीं छोड़ी थी मुख्यमंत्री ने ही हमें पार्टी से निष्कासित करवाया था! हमने तो प्रदेश हित और जनता हित के  मुद्दों  के लिए हिमाचल के व्यक्ति को राज्यसभा भेजनें का फैसला लिया था, तो फिर मुख्यमंत्री को हमारे निष्कासन की क्या जल्दीवाजी थी! निष्काशन के बाद जब हमें भाजपा ने सहारा दिया है  तो हम बिकाऊ हो गए लेकिन अब जब मुख्यमंत्री  अपनी कुर्सी जाते देख रहे है तो उसे बचाने के लिए खुद भाजपा के लोगों को कांग्रेस से चुनाव लड़ा रहे है, इस पर भी मुख्यमंत्री को  अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए जिन भाजपा नेताओं को प्रत्याशी बनाया है उन्हें कितने करोड़ मे खरीदा और किस मंडी मे उनकी बोली लगाई! मुख्यमंत्री यह भी बताये कि  भाजपा मे गए विधायकों को तो  आपने खनन माफिया करार दे  दिया लेकिन बड़सर से जिस क्रेशर मालिक को टिकट दिया है वह खनन माफिया की किस श्रेणी मे आता है!