मोदी सरकार के जनकल्याण और उत्थान की कसौटी परख रही विकसित भारत संकल्प यात्रा: धूमल

गरीब कमज़ोर लाचार वर्ग के लिए योजनाओं का अंबार लाभ मिल गया तो ठीक नहीं तो फार्म भरने फिर पहुंची आपके घर द्वार

मोदी सरकार के जनकल्याण और उत्थान  की कसौटी परख रही विकसित भारत संकल्प यात्रा: धूमल

विकसित भारत संकल्प यात्रा पिछले 10 वर्षों के मोदी सरकार के जनकल्याण और वंचित वर्ग के उत्थान की कसौटी को परख रही है। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने वीरवार को सुजानपुर विधानसभा की ग्राम पंचायत सरहाकड़ में उपस्थित जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर थे तब उन्होंने यह बात खुद कही थी कि विकसित भारत संकल्प यात्रा एक प्रकार से उनकी भी कसौटी है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के चार उद्देश्य हैं. पहला- उन वंचित  लोगों तक पहुंचना जो विभिन्न योजनाओं के तहत पात्र हैं लेकिन अभी तक लाभ नहीं उठाया है. दूसरा- योजनाओं के बारे में जानकारी का प्रसार और जागरूकता पैदा करना. तीसरा- सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के साथ उनकी व्यक्तिगत कहानियों और अनुभव साझा करने के माध्यम से बातचीत और चौथा- यात्रा के दौरान पता लगाए गए विवरण के माध्यम से संभावित लाभार्थियों का नामांकन करना। यानी की लाभ लेने से छूट गए वंचित लेकिन पात्र लोगों को इन योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ उनका आवेदन पत्र तो भरवाया ही जा रहा है और साथ में ही योजनाओं की सफलता की कहानी लाभार्थियों की अपनी जुबानी सबको पता चल रही है। 

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले 10 वर्षों में देश के गरीब कमजोर और वंचित वर्ग के कल्याण के लिए योजनाओं का अंबार लगा दिया है 60 से अधिक योजनाएं देश के हर वर्ग के उत्थान कल्याण और सुदृढ़ता के लिए चलाई जा रही हैं। जरूरतमंद लोगों ने इन योजनाओं का लाभ उठाया है और यदि अभी तक किसी कारणवश या जानकारी न होने की वजह से कोई लाभ नहीं ले पाया है तो केंद्र सरकार की गाड़ी घर द्वार पर पहुंचकर उनका जानकारी भी दे रही है और उनका आवेदन पत्र भी भरवा रही है ताकि उनको भी यह लाभ मिल सके। देश में अमीरों और गरीबों की संख्या में जो भारी अंतर है उसको कम करने की दृष्टि से मोदी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में सबसे न्यूनतम स्तर पर शुरुआत कर सबसे पहले रोजमर्रा की मूलभूत सुविधाओं तक गरीब वंचित कमजोर वर्ग की पहुंच बनाने के लिए योजनाएं शुरू की। आवास योजना गरीब कल्याण अन्न योजना उज्ज्वला योजना हर घर नल योजना शौचालय योजना और आयुष्मान भारत योजना इत्यादि जैसी इनमें प्रमुख है। उसके बाद उनके जीवन को  समृद्ध और संपन्न बनाने के लिए योजनाएं चलाई आत्मनिर्भर भारत मुद्रा योजना जनधन योजना सुरक्षा बीमा योजना जीवन ज्योति बीमा योजना पेंशन योजना स्वनिधि योजना इत्यादि इनमें प्रमुख हैं। किसानों की समृद्धि और संपन्नता सुनिश्चित करने के लिए योजनाएं चलाई। आज के भारत का युवा अपने आप को सुरक्षित स्वावलंबी और आत्मविश्वास से परिपूर्ण रखें इसके लिए योजनाएं चलाई गई हैं। इन योजनाओं की जानकारी और उनका लाभ सबको तो लेना ही चाहिए और साथ में अपने अगल-बगल आस पड़ोस गली मोहल्ले गांव पंचायत में सबको इसके बारे में बताना चाहिए। 

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार की सफलता के सफर में प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी की नीतियों और दृष्टिकोण ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। चलाई गई हर योजना को आधार के साथ लिंक करना और फिर जनधन खाता खोल कर उसे भी आधार कार्ड के साथ जोड़ना ताकि योजना का लाभ सीधे लाभार्थी तक पहुंचना निश्चित और सुनिश्चित दोनों हो जाएं यह कोई सामान्य सोच नहीं है। इसी सोच और विजन ने भारत को दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था तक पहुंचाया है और बड़ी जल्दी हमारा देश दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी यह भरोसा भी प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी ने दिया है। मोदी का भरोसा मोदी की गारंटी पर आज भारतवर्ष ही नहीं बल्कि दुनिया के महा शक्तिशाली देश भी विश्वास जताते हैं। उपस्थित जनसभा का आह्वान करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब विकसित भारत के लिए अपना योगदान देने का संकल्प लेने के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कंधा से कंधा मिलाकर आगे बढ़ने का संकल्प भी आज लें।