केसीसीबी को लाभ में पहुंचाना लक्ष्य; चेयरमैन कुलदीप पठानिया बोले, लोकल बैंकों को खत्म कर रही केंद्र सरकार

केसीसीबी को लाभ में पहुंचाना लक्ष्य; चेयरमैन कुलदीप पठानिया बोले, लोकल बैंकों को खत्म कर रही केंद्र सरकार

कांगड़ा को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि बैंक का एनपीए 32 से 24 फीसदी हुआ है जो कि अच्छे संकेत हैं। हमने और भी योजना बनाई जिसमें एनपीए को और कम करके बैंक को प्रोफिट में लाया जाएगा। बैंक में खाली चल रहे पदों को लेकर चेयरमैन ने कहा कि जैसे ही बैंक प्रोफिट में आना शुरू हो जाएगा खाली पदों को भरने का क्रम शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बड़े ही सुनियोजित तरीके से स्थानीय और सरकारी बैंकों का अस्तित्व धीरे-धीरे खत्म कर रही है। इसका जीता जागता उदाहरण यह है कि केंद्र सरकार ने पिछले एक साल से स्कूलों के सारे खाते प्राइवेट घरानों के बड़े बैंकों में शिफ्ट करवा दिए हैं। ये वो बैंक हैं जिनकी शाखाएं केवल जिला मुख्यालयों या फिर शहरों में ही होती हैं।

पठानिया ने कहा कि प्राइवेट बैंकों में खाते ट्रांसफर करने से अब केंद्र की ओर से मिड-डे मील सहित अन्य योजनाओं के जो फंड आते हैं वो सीधे बैंक विशेष की शाखाओं में आ रहे हैं, जिससे ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में चल रहे स्कूलों के शिक्षकों का पूरा-पूरा दिन बैंकों तक पहुंचने में ही लग जाता है। जबकि पहले शहरों से दूर ग्रामीण इलाकों में स्कूलों के खाते आसपास की को-ऑपरेटिव या फिर अन्य बैंकों की शाखाओं में ही खोले जाते थे। इस तरह खाते शिफ्ट करने से इन बैंकों का अस्तित्व खतरे में आ सकता है।