जिला सचिवालय में 20 कमरे किए खाली, जहां-तहां बने शैड भी हटवाए
दशकों से बंद पड़े कमरों की मरम्मत के बाद इन्हें उपयोग में लाया जाएगा
उपायुक्त अमरजीत सिंह द्वारा आरंभ की गई विशेष मुहिम के बाद जिला के मिनी सचिवालय की कायाकल्प हो रही है। कई दशकों से अनावश्यक रूप से जमा पुराने अनुपयोगी सामान एवं कबाड़ हटाए जाने के बाद मिनी सचिवालय मंे लगभग 20 बड़े एवं छोटे कमरे खाली हुए हैं। इन कमरों को उपयोग में लाने के लिए मरम्मत कार्य जोरों पर है।
कई दशकों से बंद पड़े इन कमरों के ताले खुलने और इनकी मरम्मत के बाद उपायुक्त कार्यालय की विभिन्न शाखाओं को पर्याप्त जगह मिलेगी तथा इन शाखाओं के माध्यम से आम लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी। मिनी सचिवालय परिसर में सरकारी गाड़ियों और अन्य सामान के लिए अनावश्यक रूप से जहां-तहां बनाए गए शैडों को भी उपायुक्त के निर्देशानुसार हटवा दिया गया है। इससे यह परिसर खुला और सुंदर लगेगा तथा आम लोगों की आवाजाही में भी आसानी होगी।
अमरजीत सिंह ने सोमवार को भी स्वयं पूरे मिनी सचिवालय परिसर का निरीक्षण किया तथा मरम्मत एवं सौंदर्यीकरण कार्यों के संबंध में अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि वर्षों से बंद रहने के कारण मिनी सचिवालय के कई कमरों की हालत बहुत ही खराब हो चुकी थी और इनका उपयोग नहीं हो पा रहा था। पुराना अनुपयोगी सामान हटाए जाने के बाद इन कमरों को उपयोग में लाने के लिए इनकी आवश्यक मरम्मत की जा रही है।
उन्होंने कहा कि मिनी सचिवालय की बैक साइड को भी साफ करवाया जा रहा है तथा इस तरफ के कमरों की मरम्मत करवाकर इन्हें भी उपयोग में लाया जाएगा। इस अवसर पर उपायुक्त के साथ जिला राजस्व अधिकारी जसपाल सिंह और जिला ग्रामीण विकास अभिकरण (डीआरडीए) के अधिकारी भी उपस्थित थे।