ऊंचे स्थान पर पहुंचना मुश्किल होता है लेकिन उस पर टिके रहने और भी मुश्किल होता है: धूमल

योग्यता बहुतों में होती है पद किसी एक को मिलता है लेकिन मान सम्मान सबको बराबर मिलेगा: धूमल भोरंज मंडल के कार्यकर्ताओं का सजग रहना जरूरी लोकसभा चुनाव तो आएगा ही लेकिन विधानसभा चुनाव भी कभी भी आ सकता है: धूमल पूर्व मुख्यमंत्री ने निवासस्थान पर भोरंज मंडल की नई टीम को किया सम्बोधित

ऊंचे स्थान पर पहुंचना मुश्किल होता है लेकिन उस पर टिके रहने और भी मुश्किल होता है: धूमल

किसी ऊंचे स्थान पर पहुंच जाना बहुत मुश्किल तो होता ही है लेकिन उसे स्थान पर टिके रहना और भी ज्यादा मुश्किल होता है थोड़ा हम वहां से खिसके हैं। इसलिए उनको पुनः स्थापित करें और उससे भी ज्यादा शानदार तरीके से करें। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल रविवार शाम को समीरपुर स्थित अपने निवास स्थान पर भोरंज मंडल की नवगठित टीम को संबोधित करते हुए यह बात कही है। इस मौके पर पूर्व विधायक डॉ अनिल धीमान भाजपा जिला अध्यक्ष देशराज शर्मा सहित भोज मंडल के बहुत से वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद रहे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भोरंज विधानसभा क्षेत्र का सम्मान बहुत ज्यादा रहा है। 32 वर्ष यह सम्मान हमको मिलता रहा  लगातार कमल खिलता रहा लेकिन दुर्भाग्य वश पिछली बार कोई कमी रह गई थी। लेकिन अब यही लक्ष्य हमने फिर से प्राप्त करना है। 

     पूर्व मुख्यमंत्री ने नवगठित संगठन को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सब अपने-अपने काम में सफल हों। जब भी नया संगठन बनता है तब बहुत सारे ऐसे कार्यकर्ता होते हैं जो किसी भी पद की जिम्मेदारी निभा सकते हैं। पद कम होते हैं लेकिन उसकी जिम्मेदारी निभा सकने के योग्य कार्यकर्ता बहुत होते हैं। लेकिन यह पद कभी भी हमेशा के लिए नहीं होता। जब हमारी सरकार थी तब अगर कोई कार्यकर्ता जिनको मैं जानता था किसी काम को लेकर आ जाता था तब उसके क्षेत्र का विधायक प्रश्न पूछना था कि हमारे बगैर यह काम कैसे कर दिया। तब मेरा यही जवाब होता था कि हर विधानसभा क्षेत्र में 50 से 100 ऐसा कार्यकर्ता होता है जो विधायक बन सकता है लेकिन पोस्ट क्योंकि एक है क्योंकि टिकट एक को मिलता है बाकी जो भी बचते हैं वह सब मिलकर काम करते हैं तब वह जीता है जिसे टिकट मिला होता है। वह विधायक बन गया बहुत बड़ा सम्मान उसको मिल गया लेकिन बाकी जो कार्यकर्ता बचते हैं जो संगठन का काम करते हैं उनका भी अधिकार बनता है कि वह अपने कुछ काम करवा सकें। इसी तरीके से संगठन में मंडल का अध्यक्ष एक होगा दो महासचिव होंगे चार उपाध्यक्ष होंगे पांच सचिव होंगे एक कोषाध्यक्ष होंगे। इसका मतलब यह नहीं हुआ कि केवल यही लोग उसे पद पर पहुंचने के योग्य थे। मौका औरों को भी मिलता रहता है। लेकिन एक बात का ध्यान वह सब लोग रखें जिनको पोस्ट मिली है या पहले मिली थी कि एक न एक दिन साथ में पूर्व लगता ही है। केवल एक पोस्ट है जिसके साथ भूतपूर्व या पूर्व नहीं लगता वह है कार्यकर्ता। कोई कार्यकर्ता भूतपूर्व कार्यकर्ता नहीं होता। कार्यकर्ता हमेशा रहता है और सदाबहार रहता है। जिनको भी पोस्ट मिली है वह यह मान कर चलें कि वह भी एक कार्यकर्ता ही हैं। और जिसको पोस्ट नहीं मिली है वह यह मान कर ज्यादा काम करें कि अधिक काम करके दिखाऊंगा तो पोस्ट अगली बार मुझे मिल सकती है। हमारे लक्ष्य यह पोस्ट प्राप्त करना नहीं है हमारा लक्ष्य यह है कि जो सम्मान 32 साल से हमारे पास था दुर्भाग्यवश किन्हीं कारणों से हमने पिछली बार वह खो दिया उसे फिर से प्राप्त करना है। 

        पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सब अपने आप को अध्यक्ष मानकर ही काम करें,  दायित्व एक किसी एक को दिया जा चुका है लेकिन मान सम्मान सबको मिलेगा। अध्यक्ष से कम किसी का मान सम्मान नहीं होगा। आपका लोकसभा क्षेत्र का चुनाव तो है ही लेकिन आपके विधानसभा क्षेत्र का चुनाव भी कभी भी आ सकता है इसलिए ज्यादा सजग रहने की जरूरत है।  ज्यादा लंबा समय अब आपके पास नहीं है इसलिए दिनों में गिनना शुरू कर दें । जहां कमी दिख रही है उसको दूर करें और और जो भी टेस्ट पहले आए चाहे पार्लियामेंट्री का चाहे असेंबली का उसमें भोरंज में जो विजय पताका हमेशा लहराती रही है वह कमल हमेशा यहां खिलता रहे और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सदा देश में बनी रहे इसके लिए हम सब मिलकर प्रयास करें।