हमीरपुर मेडिकल कालेज में नर्सिंग कालेज खोला जाएगा : सुक्खू

मुख्यमंत्री ने आधुनिक सुविधाओं वाला बस अड्डा और इंडोर स्टेडियम बनवाने की घोषणा

हमीरपुर मेडिकल कालेज में नर्सिंग कालेज खोला जाएगा : सुक्खू

हमीरपुर:-
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ऐलान किया है कि हमीरपुर मेडिकल कालेज में नर्सिंग कालेज खोला जाएगा। उन्होंने हमीरपुर में आधुनिक सुविधाओं वाला बस अड्डा और इंडोर स्टेडियम बनवाने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री शनिवार को हमीरपुर में गांधी चौक पर जनसभा को संबोधित करते हुई कहा कि हमीरपुर मेडिकल कालेज में विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी। इसके बाद यहां के लोगों को टांडा, एम्स, पीजीआई या दूसरे बड़े अस्पतालों में जाने की जरूरत नहीं रहेगी। मुख्यमंत्री ने गसोता महादेव मंदिर क्षेत्र को टूरिज्म के लिहाज से डवलप करने और ताल में वेटरनरी अस्पताल खोलने के लिए बजट का प्रावधान करने का आश्वासन दिया। इस जनसभा में हमीरपुर सदर के निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा ने मुख्यमंत्री के समक्ष यह डिमांड रखी थीं जिन्हें मुख्यमंत्री ने मौके पर ही मानने का ऐलान करते हुए घोषणाएं कर दी। हमीरपुर में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आज शानदार स्वागत किया। गांधी चौक पर आयोजित कार्यक्रम में उनका जहां विधायक आशीष शर्मा ने त्रिशूल भेंट करके उनका अभिनंदन किया, वहीं अपने चहेते मुख्यमंत्री को देखने के लिए बाजार में समर्थकों का सैलाब उमड़ा। वहीं इस मौके जिला कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप पठानिया, विधायक इंद्र दत्त लखन पाल, सुरेश कुमार के अलावा डॉ पुष्पेंद्र वर्मा राजेंद्र जार सहित कई लोग मौजूद थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने 5 बदलाव लाने की योजना बनाई है। पशुपालकों से लेकर किसान और आम लोगों से लेकर बेरोजगारों और महिलाओं के लिए कई तरह की योजनाएं लाई जा रहे हैं। ताकि उनकी अर्थव्यवस्था बनी रहे। इससे पहले स्थानीय विधायक आशीष शर्मा ने मुख्यमंत्री के समक्ष यह मांगे रखीं।
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अडानी ग्रुप की बरमाणा और दाड़लाघाट सीमेंट फैक्ट्रियों में प्रॉडक्शन बंद होने संबंधी विवाद पद मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बनने वाला सीमेंट हमें ही महंगा मिल रहा है। ट्रक ऑपरेटर को हड़ताल पर जाना पड़ रहा है। ऐसा नहीं चलेगा। व्यवस्थाएं बदलेगी। विवाद सुलझाने के लिए सब कमेटी बना दी है।
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सुक्खू ने कहा कि इस जिले को दोबारा मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त हुआ है। काफी वर्ष पहले यह जिला छूट गया था। 1998 में प्रेम कुमार धूमल मुख्यमंत्री बने थे जबकि 8 दिसंबर 2022 को मुझे भी सीएम बनने का सौभाग्य मिला है। स्वर्गीय वीरभद्र सिंह प्रदेश के 6 बार मुख्यमंत्री कांग्रेसी रहे। शांता कुमार भी मुख्यमंत्री थे। इस बार जनता ने यह पहले ही सुनिश्चित कर लिया था कि इस जिले से मुख्यमंत्री बनेगा। यही कारण है कि यहां 4 सीटें कांग्रेस को दी।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता पूर्व की भाजपा सरकार को कभी माफ नहीं करेगी। क्योंकि उन्होंने प्रदेश को कर्जे में डुबोकर रख दिया। आर्थिक तंगी से यह प्रदेश जूझ रहा है। लेकिन विकास निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक समान विकास करवाया जाएगा। जो बजट पेश किया जाएगा तो प्रदेश के हर जिला में विकास कार्य को लेकर बहुत कुछ देखने को मिलेगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं कभी जिंदगी में मंत्री नहीं बना। 12 साल की आयु में राजनीति शुरू की। सरकार ने गारंटी दी थी, पुरानी पेंशन बहाल की जाएगी। बुजुर्ग अवस्था में कर्मचारियों को आर्थिक परेशानी ना हो, 75000 करोड़ का कर्जा साढ़े 5000 करोड़ की देनदारियां है। जो छठे वेतन आयोग के एरियर से संबंधित हैं। 4 साल बाद व्यवस्था हिमाचल की पटरी पर आएगी। यदि कड़े कदम नहीं उठाए गए, तो यहां श्रीलंका जैसे हालात हो सकते हैं। इसलिए सभी लोगों का इसके लिए सहयोग जरूरी है। आने वाला समय सुनहरी होगा।