फोर्टिफाइड खाद्यान्न हैं पौष्टिक और पूरी तरह सुरक्षित: अमरजीत सिंह
उपायुक्त ने कुछ उपभोक्ताओं में व्याप्त भ्रांतियों को बताया निराधार जिला की 9 आटा मिलों से लिए गए सभी सैंपल पाए गए हैं सही
उपायुक्त अमरजीत सिंह ने खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत वितरित किए जा रहे फोर्टिफाइड खाद्यान्नों को पौष्टिक और पूरी तरह सुरक्षित बताया है।
उन्होंने बताया कि कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग आटा, चावल, तेल और नमक में ऐसे फोर्टिफिकेंट्स मिश्रित करके राशन कार्डधारक उपभोक्ताओं को वितरित कर रहा है, जोकि स्वास्थ्य के लिए काफी लाभप्रद हैं। इसके बावजूद कुछ उपभोक्ताओं में फोर्टिफाइड खाद्यान्नों को लेकर कुछ भ्रांतियां व्याप्त हैं। उपायुक्त ने कहा कि ये भ्रांतियां बिलकुल निराधार हैं।
उन्होंने बताया कि जिला में खाद्यान्नों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से हर माह सैंपल लेकर शिमला स्थित विभागीय प्रयोगशाला को भेजे जाते हैं। इसके अलावा विभाग ने फरवरी माह में जिला की 9 आटा मिलों से आटे के सैंपल लेकर जांच के लिए कंडाघाट स्थित कंपोजिट टैस्टिंग लैब में भी भेजे थे। ये सभी सैंपल खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुरूप पाए गए हैं।
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन और खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग खाद्यान्नों की गुणवत्ता के प्रति संवेदनशील और प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि विभाग के अधिकारियों को उचित मूल्य की दुकानों, राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के गोदामों और आटा मिलों का नियमित रूप से निरीक्षण करने तथा सैंपल लेने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि जिला में उचित मूल्य की 310 दुकानों के नेटवर्क के माध्यम से लगभग साढे 5 लाख उपभोक्ताओं को गुणवत्तायुक्त राशन का वितरण सुनिश्चित हो सके।