जो राम को लाएं हैं हम उनको लाएंगे: धूमल

पहाड़ी संगीत हमारी समृद्ध संस्कृति की पहचान इसे आगे बढ़ाना होगा सुजानपुर के चौरी में आयोजित पहाड़ी गीत संगीत प्रतियोगिता की प्रतिभागियों को पूर्व मुख्यमंत्री ने किया सम्बोधित

जो राम को लाएं हैं हम उनको लाएंगे: धूमल

पहाड़ी संगीत हमारी समृद्ध संस्कृति की पहचान है इसे आगे बढ़ाना होगा। हम अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं पहले शादी ब्याह यज्ञ इत्यादि कोई भी शुभ कार्य हो रहा हो तो हर वक्त के लिए एक गाना होता था। अब उसकी जगह डीजे लगा लेते हैं। जो सुनाई कम देता है लेकिन शोर बहुत ज्यादा करता है। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने बुधवार को सुजानपुर विधानसभा के चौरी गांव में आयोजित पहाड़ी गीत संगीत प्रतियोगिता के दौरान उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए यह बात कही। पारंपरिक पहाड़ी संगीत के बारे में बताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सवेरे-सवेरे भयागड़ा बेटी की शादी हो तो सुहाग बेटे की शादी हो तो घोड़ियां और जब बारात आती थी तब गालियां गाने का प्रचलन हमारे पारंपरिक रीति-रिवाजों का एक हिस्सा होता था। जो अब केवल कहीं गांव में ही दिखने को मिलता है। प्रतियोगिता में भाग ले रही मातृशक्ति से मेरा निवेदन है कि वे अपनी बच्चियों को शाम को टेलीविजन पर आने वाले बेमतलब सीरीयल या नाटक देखने के बजाए पहाड़ी गीत संगीत और अपनी संस्कृति से अवगत होने के लिए प्रेरित करें। 

           अयोध्या में हुए राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का जिक्र करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी को भगवान राम लला भव्य राम मंदिर में विराजमान हो गए हैं। इस दिव्य दिन का साक्षी बनने का मौका हमें मिला यह हम सब का सौभाग्य है। और यह सौभाग्य हमें प्रदान करने के लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोटि-कोटि धन्यवाद व्यक्त करते हैं। यह करोड़ों हिंदुस्तानियों का सदियों का स्वप्न पूरा हुआ है अब हम सबको यह प्रण लेना है कि जो राम को लाएं हैं हम उनको लाएंगे। एक बार फिर से भाई नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाएंगे। 

        केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा चलाई जा रही भिन्न-भिन्न जनकल्याण की योजनाओं के बारे में बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेकों योजनाएं अनुराग ठाकुर द्वारा हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र के लोगों के हितार्थ चलाई गई है जो लाखों लोगों  को लाभ पहुंचाकर सार्थक सिद्ध हो रही हैं। खेल महाकुम्भ युवाओं को नशों से दूर रख कर खेल के मैदान से जोड़ने का शानदार आयोजन है जो न केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सराहा गया है बल्कि उन्होंने देश के प्रत्येक सांसद को ऐसा आयोजन अपने संसदीय क्षेत्र में करने को कहा है। प्रधानमंत्री ने खुद राष्ट्रीय स्तर पर अहमदाबाद में खेल महाकुंभ प्रतियोगिता का आगाज़ भी किया है । आज देश के कई सांसद अपना पहला खेल महाकुंभ अपने-अपने क्षेत्रों में आयोजित करवा रहे हैं जबकि हमीरपुर में ऐसा दूसरा आयोजन समाप्त होकर विजेताओं को इनाम भी बांटे जा चुके हैं। सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा भारत भ्रमण भारत दर्शन एक से श्रेष्ठ इत्यादि ऐसी ही अन्य योजनाएं हैं। लेकिन इन सभी योजनाओं में जो अब चलाई गई है वह सब से बढ़िया है। और यह योजना है पहाड़ी गीत संगीत प्रतियोगिता। धीरे धीरे लुप्त होती जा रही हमारी संस्कृति को बचाने का बेजोड़ प्रयास अनुराग ठाकुर ने करना शुरू किया है, उनको बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाली हर महिला को प्रतीक स्वरूप एक छोटा राम मंदिर भी अनुराग ठाकुर की तरफ से भेंट किया जाएगा और प्रतियोगिता जीतने वाली महिलाओं को अलग से इनाम मिलेंगे। यहां जीतने वाली महिलाओं को आगे जिला स्तर पर प्रदर्शन करने का मौका भी मिलेगा। क्योंकि यह पहाड़ी गीत समूह में गाए जाते हैं तो टीमवर्क की भावना से सामूहिक प्रयास कर आगे बढ़ाने की प्रेरणा यह आयोजन हमारे समाज को देगा।