मस्जिद विवाद पर बयान देने के बाद कांप रही मंत्रियों की टांगे : जयराम ठाकुर
अपने दिए ब्यान पर कायम रहें कांग्रेस के मंत्री, दबाब पड़ते ही बदल देते हैं अपनी कही बात पूरे प्रकरण में मुख्यमंत्री चुप्पी हैरानीजनक माहौल बिगाड़ने वाले दिल्ली से आए मुस्लिम नेता की हो गिरफ्तारी
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा प्रधानमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर सेवा पखवाड़ा के तहत शिमला एक माल रोड पर आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस पप्रदर्शनी में जहां मोदी सरकार के ऐतिहासिक कार्यों की झलक देखी जा सकती है वहीं मोदी जी के जीवन से जुड़ी प्रेरक बातों का भी अक्स है। नरेंद्र मोदी ने चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में काम करते हुए गुजरात को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। इसके बाद भारत के प्रधानमंत्री के रूप में काम करते हुए भारत के ऐतिहासिक विकास की गाथा लिखी। भारत को दुनिया के अग्रणी देशों की प्रथम पंक्ति में ला खड़ा किया। भारत के हर वर्ग का सर्वांगीण विकास किया। जयराम ठाकुर ने इस प्रदर्शनी के लिए पार्टी के सभी साथियों को साधुवाद देने के साथ-साथ प्रदर्शनी को एक बार सभी से अवश्य देखने का आग्रह किया। यह प्रदर्शनी हिमाचल के सभी लोकसभा क्षेत्रों में आयोजित होगी। इस मौके पर उनके साथ हिमाचल भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं कार्यक्रम प्रभारी रशिम धर सूद, प्रदेश कोषाध्यक्ष कमल सूद, मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा, प्रेम ठाकुर, सुनील धर, संजय सूद, राजीव पंडित, संगीत सूद, तरुण राणा, बिलाल अहमद, गणेश दत्त, श्रवण शर्मा, बिट्टू पाना, किमी सूद समेत आदि उपस्थित रहे।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि मस्जिद विवाद में कांग्रेस का दोहरा चरित्र सामने आ रहा है। एक तरफ़ मंत्री बयान पर बयान दिए जा रहे हैं और दूसरी और दिल्ली से दबाब पड़ते ही इनकी टांगे लड़खड़ा रही हैं। कोई बाहरी मुस्लिम नेता यहां आकर माहौल ख़राब कर जाता है और जिनके इशारे पर कानून व्यवस्था चलती है वो मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए है। शिमला में पत्रकारों से बातचीत के दौरान जयराम ठाकुर ने कहा कि जिस अवैध मस्जिद को पुलिस-प्रशासन द्वारा सील किया गया है उसमें जबरन घुसकर और वहां का वीडियो बनाकर एआईएमआईएम नेता ने शिमला में कायम हो रही शांति को भंग करने की कोशिश की है। एआईएमआईएम नेता ने वीडियो बनाया है जिसमें वह मस्जिद के सामने वाले भवन को उसकी ऊंचाई के आधार पर गिराने की बात कह रहे हैं जबकि उन्हें यह मालूम नहीं कि वो भवन वैध तरीके से बना है, जबकि मस्जिद का निर्माण अवैध तरीके से हुआ है। इस प्रकार का वीडियो बनाकर उन्होंने हिंदू समाज के लोगों की भावनाओं को आहत करने का प्रयास किया है। जानकारी मिली है उक्त नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है लेकिन ऐसे कृत्य पर सिर्फ एफआईआर ही दर्ज नहीं होनी चाहिए बल्कि प्रदेश सरकार इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई अम्ल में लाए क्योंकि उन्होंने शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने का प्रयास किया है। अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है जबकि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले हिन्दू नेताओं के ख़िलाफ़ बदले की भावना से पुलिस ने सरकार के इशारे पर कारवाई की है। सरकार को इस मसले पर जनभावना का सम्मान करना चाहिये और कोई स्थाई हल निकालना चाहिये।
जयराम ठाकुर ने कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह के उस बयान पर भी चुटकी ली जिसमें उन्होंने हर रेहड़ी-फड़ी धारक को पहचान प्रदर्शित करने के बारे में कहा है। जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी सरकार ने इस प्रावधान को लागू करने का निर्णय लिया था तो उस वक्त कांग्रेसियों ने उसका जमकर मजाक बनाया था। आज कांग्रेस के यही नेता उसी नीति को अपना रहे हैं। मंत्री पहले कहते हैं उत्तर प्रदेश योगी सरकार की तर्ज पर वे इसे लागू करेंगे और सुबह होने तक दिल्ली से कांग्रेस नेताओं के दबाब में बयान पलट जाता है।
उन्होंने कहा कि निर्णय बिल्कुल सही है लेकिन बड़ा सवाल यह है कि विक्रमादित्य सिंह अपने इस बयान पर कब तक कायम रहते हैं क्योंकि कुछ दिन पहले अनिरूद्ध सिंह ने भी ऐसा बयान दिया था तो उनके मंत्रीपद पर आ गई थी, जिसके बाद उनकी टांगे कांप गई और उन्हें अपने बयान से पलटना पड़ गया था।