कांग्रेस का कारनामा राम मूर्ति शीला पर 80 हजार का जुर्माना।

कांग्रेस का कारनामा राम मूर्ति शीला पर 80 हजार का जुर्माना।

भा.ज.पा  के प्रदेश प्रवक्ता विवेक शर्मा ने हमला बोलते हुए कहा कांग्रेस का कारनामा राम मूर्ति के लिए शीला निकलने वाले पर 80000 का जुर्माना।
हरोहल्ली-गूज्जे गौदानपूरा जिला बेंगलुरु कर्नाटक में एक 70 वर्षीय दलित किसान रामदास  ने अपनी 2.14 एकड़ निजी भूमि समतल करवाने का ठेका एक स्थानीय छोटे ठेकेदार श्रीनिवास नटराजन को दिया। पहाड़ काटते समय उसमें से एक शीला निकली जिसे  अरुण योगीराज ने श्री राम लला मूर्ति के लिए उपयुक्त समझा, वह राम की मूर्ति तराश दी जो आज अयोध्या में विराजमान है।
राम सबके हैं, हम भी राम भक्त हैं, हम राम की आराधना  करते हैं। राजनीतिक बयान देने वाले कांग्रेसियों ने श्रीनिवास नटराजन जैसे छोटे ठेकेदार पर रामदास की निजी भूमि पर खनन का मामला दर्ज करते हुए कर्नाटक सरकार ने 80 हजार का जुर्माना लगा दिया है। जिसे भरने के लिए नटराजन को अपनी धर्मपत्नी के गहनें भी गिरवी रखने पड़े । बाद में राष्ट्रभक्तों ने उसकी सहायता भी की, यह चाल, चरित्र और चेहरा है कांग्रेस का
जिसे हमें समझना होगा विवेक शर्मा ने कहा।
आप प्राण प्रतिष्ठा पर लक्ष्मी की पूजा करें, सरस्वती की आराधना करें या मां अन्नपूर्णा को भोग करें अपितु यही तक सीमित ना रहे। दुर्गा भी बने, हनुमान भी बने, और परशुराम भी बने हमें 
 याद रखना होगा जानकी का अपहरण करने वाला असुरों का राजा भी साधु के भेष में आया था। आज कांग्रेस के मित्र भी राम भक्त बन रहे हैं।
सनातन का विरोध करने वाले उसे दबाने वाले राजनीतिक दलों को आमजन के सामने बेनकाब करना होगा । आपने अगर 500 वर्ष राम मंदिर के लिए संघर्ष किया है तो यह याद भी रखना होगा कि सनातन विरोधियों ने भी  आपके राम व रामायण को काल्पनिक बताया है। न्यायालय में कांग्रेस ने हलफनामा  भी दिया हैं
और आज कौन आपके साथ खड़ा है और कौन सनातन के विरोध में खड़ा है। तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली राजनीतिक पार्टियों से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अपनी राष्ट्र के स्वाभिमान को बचाना होगा। ऐसी मानसिकता जो अंग्रेजी हुकूमत से लेकर मुगल तानाशाही तक से प्रभावित है उन्हें 2024 में सबक सिखाना होगा।
केवल जशन मनाने से सत्ता प्राप्त नहीं होती उसके लिए संघर्ष में जाना होगा।
70 साल बाद आज भारतीय जनता पार्टी  ने जो स्वाभिमान आपको प्राप्त करवाया है उसे सम्मान देने के लिए आपको भी आगे आना होगा और जो ताकते अभी भी आपके स्वाभिमान को गुपचुप ठेस पहुंचा रही हैं उनसे सावधान रहना होगा।
कांग्रेस की कार्यप्रणाली जनता के सामने जाहिर हो रही है ।चाहे वह कर्नाटक हो या हिमाचल प्रदेश में मंदिरों के व्यवसायीकरण का मामला। हमारी आस्थाओं को किस प्रकार ठेस पहुंचाई जा रही है यह सपष्टता से दिख रहा है
और यह सब किसको खुश करने के लिए कांग्रेस कर रही है यह आमजन को समझना होगा।