टीबी मुक्त पंचायतों के चयन के लिए शुरू होगा व्यापक सर्वे
15 जनवरी तक करना होगा दावा, 24 मार्च को होगी टीबी मुक्त की घोषणा पहले साल कांस्य, दूसरे वर्ष रजत और तीसरे वर्ष मिलेगा स्वर्णिम पुरस्कार
हमीरपुर 02 अक्तूबर। टीबी मुक्त पंचायतों के चयन के लिए जिला हमीरपुर में भी व्यापक सर्वे आरंभ किया जा रहा है। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने इस सर्वे की व्यापक रूपरेखा तय करते हुए सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों और खंड विकास अधिकारियों को अतिशीघ्र खंड स्तर पर कार्यशालाएं आयोजित करके पंचायत प्रधानों-उपप्रधानांे और अन्य जनप्रतिनिधियों को प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि उन्हें सर्वे की प्रक्रिया और इसके मानकों की पर्याप्त जानकारी उपलब्ध हो सके।
उपायुक्त ने बताया कि सर्वे के दौरान अगर 1000 जनसंख्या वाली पंचायत में शून्य या केवल एक टीबी का मामला सामने आता है और 6 माह के उपचार के बाद टीबी रोगियों के पूरी तरह ठीक होने की दर 100 प्रतिशत रहती है तो वह पंचायत टीबी मुक्त होने का दावा कर सकती है।
हेमराज बैरवा ने बताया कि सर्वे के दौरान जिला की सभी 248 पंचायतों में कम से कम 30-30 लोगों के टीबी टेस्ट किए जाएंगे। लेकिन, टीबी की आशंका वाले लोगों की संख्या अधिक होने की स्थिति में टेस्ट की संख्या भी बढ़ा दी जाएगी। इनके अलावा 30 चिह्नित गंभीर रोगों से ग्रस्त सभी लोगों के टेस्ट भी किए जाएंगे। सर्वे के दौरान टीबी रोगियों की स्थिति, निक्षय मित्रों के माध्यम से किटों के वितरण और उपचार की सफलता पर भी नजर रखी जाएगी।
व्यापक सर्वे के बाद सभी मानकों को पूरा करने वाली ग्राम पंचायतें आगामी 15 जनवरी तक टीबी मुक्त पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकंेगी और 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस के उपलक्ष्य पर उपायुक्त टीबी मुक्त पंचायतों की घोषणा करेंगेे। इन पंचायतों को पुरस्कार के रूप में प्रशस्ति पत्र तथा महात्मा गांधी की कांस्य प्रतिमा दी जाएगी। पंचायत में लगातार दूसरे वर्ष टीबी मुक्त की स्थिति कायम रहने पर प्रशस्ति पत्र एवं महात्मा गांधी की रजत प्रतिमा तथा तीसरे वर्ष भी प्रशस्ति पत्र एवं स्वर्णिम प्रतिमा दी जाएगी।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ-साथ अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों तथा जिला के सभी पंचायत जनप्रतिनिधियों से इस अभियान को सफल बनाने में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की है, ताकि जिला की सभी पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया जा सके।