डायरिया नियंत्रण अभियान और टीकाकरण से न छूटे कोई भी बच्चा
डीसी अमरजीत सिंह ने स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए निर्देश
उपायुक्त अमरजीत सिंह ने स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि 15 से 30 जून तक आयोजित किए जा रहे सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़े के दौरान और स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न टीकाकरण अभियानों से कोई भी बच्चा छूटना नहीं चाहिए तथा शत-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
बुधवार को सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा (आईडीसीएफ) के प्रभावी क्रियान्वयन तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य टीकाकरण अभियानों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने ये निर्देश दिए।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को झुग्गी बस्तियों और विभिन्न निर्माण स्थलों पर प्रवासी श्रमिकों की बस्तियों पर विशेष रूप से फोकस करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि इन प्रवासी श्रमिकों के बच्चों को पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध करवाई जानी चाहिए। इसके अलावा जिला के दूरस्थ गांवों में हेल्थ वर्करों, आशा वर्करों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से ये दवाइयां घर-घर पहुंचाई जा सकती हैं। उपायुक्त महिला एवं बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने संस्थानों के शत-प्रतिशत बच्चों को इस अभियान में कवर करवाएं। पंचायतीराज विभाग के अधिकारी भी पंचायत जनप्रतिनिधियों के माध्यम से अभियान को गति प्रदान करें, ताकि जिला में डायरिया और अन्य बीमारियों को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सके।
उपायुक्त ने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे पानी की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें तथा नियमित रूप से सैंपलिंग एवं टैस्टिंग करवाएं।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्निहोत्री, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय जगोता और स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अजय अत्री ने सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा और टीकाकरण अभियान की तैयारियों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस अवसर पर उच्चतर शिक्षा उपनिदेशक अनिल कौशल, सभी खंड चिकित्सा अधिकारी और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।