सुजानपुर खंड में 21 बेटियों के विवाह पर दिया 6.51 लाख रुपये का शगुन,
11 बेटियों को विवाह पर मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 5.61 लाख की भेंट
महिला एवं बाल विभाग की विभिन्न योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन हेतु गठित खंड स्तरीय मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति एवं टास्क फोर्स की बैठक शुक्रवार को एसडीएम डॉ. रोहित शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
इस अवसर पर डॉ. रोहित शर्मा ने बताया कि वर्ष 2024-25 के दौरान विकास खंड सुजानपुर में 123 आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से 6 माह से 6 वर्ष तक के 1497 बच्चों तथा 425 गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को पूरक पोषाहार दिया जा रहा है। इस अवधि के दौरान कुपोषण के विरुद्ध समग्र दृष्टिकोण एवं समन्वित प्रयास के परिणाम स्वरूप गंभीर कुपोषण का स्तर अब सिमट कर 0.17 प्रतिशत एवं मध्यम कुपोषण का स्तर घटकर 1.99 प्रतिशत रह गया है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत बेटियों के बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा तथा सशक्तिकरण के लिए किए गए प्रयासों के परिणामस्वरूप बाल लिंगानुपात वर्ष 2015 में 857 के निम्नतम स्तर से बढ़कर वर्ष 2025 में 946 के स्तर पर पहुंच गया है। उन्होंने राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के पिछले 10 वर्षों के सफल सफर पर सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई दी।
एसडीएम ने बताया कि वर्ष 2024-25 के दौरान गरीब परिवारों में जन्मी बेटियों की बेहतर परवरिश एवं शिक्षा के लिए समर्पित बेटी है अनमोल योजना के अंतर्गत 2 बेटियों के जन्म पर 42000 रुपये की राशि एफडी के रूप में, जबकि 264 बेटियों की शिक्षा के लिए 3.82 लाख रुपये की राशि स्कॉलरशिप के रूप में विभाग द्वारा जारी की गई है। मुख्यमंत्री शगुन योजना के अंतर्गत 21 बेटियों के विवाह हेतु 6.51 लाख रुपये तथा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत 11 बेटियों की शादी हेतु 5.61 लाख रुपये की राशि विभाग द्वारा व्यय की गई है। इसी दौरान प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं की बेहतर देखभाल एवं पोषण हेतु अब तक कुल 448 महिलाओं को 21.88 लाख रुपये वितरित किए जा चुके हैं, जिसमें से 21.88 लाख रुपये की राशि इसी वित्तीय वर्ष में जारी की गई है।
बाल विवाह निषेध अधिनियम से संबंधित बैठक में एसडीएम ने क्षेत्र में बाहरी राज्यों से बहुओं के रूप में लाई जा रही महिलाओं की आयु पर विशेष ध्यान देने पर बल दिया। जबकि, खंड समिति की अध्यक्ष आरती ने बाल संरक्षण समितियों को और अधिक सक्रिय बनाने हेतु ग्राम पंचायत प्रधानों से महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आह्वान किया। इस अवसर पर समिति के सदस्य सचिव एवं सीडीपीओ सुजानपुर कुलदीप सिंह चौहान ने विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों का ब्यौरा दिया तथा परियोजना द्वारा विविध क्षेत्रों में किए जा रहे इन्नोवेटिव कार्यों का भी विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।