मनरेगा पर कुठाराघात बर्दाश्त नहीं, गांधी जी की विचारधारा से छेड़छाड़ देश का अपमान : राजीव राणा

मनरेगा पर कुठाराघात बर्दाश्त नहीं, गांधी जी की विचारधारा से छेड़छाड़ देश का अपमान : राजीव राणा
असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी), हिमाचल प्रदेश के प्रदेश चेयरमैन राजीव राणा ने केंद्र की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) से गांधी जी का नाम हटाने का प्रयास केवल एक प्रशासनिक फैसला नहीं, बल्कि यह गरीब, मजदूर और गांवों की रीढ़ पर सीधा हमला है। यह कदम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों, उनके संघर्ष और देश के श्रमिक वर्ग के सम्मान को मिटाने की साजिश है। राजीव राणा ने कहा कि मनरेगा करोड़ों ग्रामीण परिवारों के लिए जीवनरेखा है, जिसने बेरोजगारी, पलायन और भुखमरी के खिलाफ मजबूत सुरक्षा कवच प्रदान किया। लेकिन भाजपा सरकार लगातार बजट में कटौती, मजदूरी भुगतान में देरी और काम के अवसर घटाकर इस योजना को कमजोर करने में लगी है। अब गांधी जी का नाम हटाकर सरकार अपनी मंशा साफ कर रही है कि वह गरीबों और श्रमिकों से जुड़े हर प्रतीक को समाप्त करना चाहती है। उन्होंने कहा कि आज गांधी चौक में आयोजित धरना प्रदर्शन के माध्यम से यह स्पष्ट संदेश दिया है कि मजदूरों के अधिकारों से कोई समझौता नहीं होगा। गांधी जी का नाम हटाना केवल शब्दों का बदलाव नहीं, बल्कि यह देश की आत्मा पर प्रहार है, जिसे कांग्रेस पार्टी किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करेगी। राजीव राणा ने केंद्र सरकार से पुरजोर मांग की कि मनरेगा का मूल स्वरूप और पूर्ण नाम तत्काल बहाल किया जाए, उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अपनी जनविरोधी नीतियां नहीं बदलीं, तो केकेसी और कांग्रेस पार्टी पूरे प्रदेश में आंदोलन को और तेज करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी की विचारधारा, सामाजिक न्याय और श्रम की गरिमा की रक्षा के लिए हर मोर्चे पर संघर्ष करती रही है और करती रहेगी। देश आवाज को दबाने की किसी भी कोशिश का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।