हमीरपुर की जनता की उम्मीदें इस बार चरम सीमा पर: डॉ पुष्पेंद्र वर्मा

जिला के मुख्यमंत्री के साथ चलने को आतुर है स्थानीय जनता, बिके हुए नहीं, टिके हुए के साथ है हमीरपुर वासी

हमीरपुर की जनता की उम्मीदें इस बार चरम सीमा पर: डॉ पुष्पेंद्र वर्मा

हमीरपुर की जनता की उम्मीदें इस बार चरम सीमा पर है। वे जिले के  मुख्यमंत्री के साथ चलने को आतुर है। स्थनीय जनता ने बिके हुए का साथ  छोड़ टिके हुए का साथ पकड़ा है। ये बात कांग्रेस प्रत्याशी डॉ पुष्पेंद्र वर्मा ने क्षेत्र में आयोजित विभिन्न नुक्कड़ सभाओं के दौरान कही। उन्होंने कहा कि हमीरपुर को 12 वर्षों के बाद मुख्यमंत्री मिला है। मुख्यमंत्री के होने का अहसास स्थानीय जनता खोने नहीं देगी। यही वजह है कि इस बार के चुनावों में न केवल जनता की उम्मीदें चरम सीमा पर है बल्कि उत्साह भी बरकरार है। उन्होंने कहा कि हमीरपुर से बतौर मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल रहे है, इसलिए स्थानीय जनता मुख्यमंत्री होने का अहसास नहीं भूली है। इस बार फिर जिले से मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू बने है, ऐसे में स्थानीय जनता मुख्यमंत्री को वोट करेगी। उन्होंने कहा कि धनबल पर राजनीति में आने वाले मात्र अपने धंधों को बढ़ावा देने के उदेश्य से आए। धनबल पर उन्होंने पिछला चुनाव जीता और जब अपनी राजनीतिक महत्वकाक्षांऐं पूरी नहीं हुई तो उसी जनता के वोट को बेच कर पुन: चुनाव में उतर आए, जिस जनता ने बहुमुल्य वोट देकर उन्हें विधानसभा भेजा था। अब वे किस मुं से उसी जनता के पास पुन: वोट मांगने जाएगें। डॉ वर्मा ने कहा कि अपने विधायक पद से त्यागपत्र देने वाले निर्दलीय विधायक बताऐं कि जब मुख्यमंत्री उनके घर नाश्ता कर रहे थे तब उन्होंने क्यों नहीं कहा कि उनके काम नहीं हो पा रहे है। हमीरपुर जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री जब उनकी तारीफ कर रहे थे तब क्या उनके काम नहीं हो पा रहे थे। वास्तव में मुख्यमंत्री ने उन्हें अपने से अलग कभी नहीं माना, लेकिन आप्रेशन लोटस का साथ देने के लिए इन्होंने जिला के मुख्यमंत्री की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया। उन्होंने कहा कि हमीरपुर की जनता समझदार है, अब जनता को ऐसे लोगों को घर बैठाने का मौका मिल गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे राजनीतिक ड्रामावाजी करने वाले जनता के सेवक नहीं हो सकते। इस अवसर पर पंचायत जनप्रतिधि एवं कांग्रेस के पदाधिकारी सहित अन्य नेता भी उपस्थित रहे।