मेडिकल कॉलेज में ओपीडी सेवाएं दूसरे दिन भी डेढ़ घंटा रही बाधित
प्रदेश सरकार की ओर से नए चिकित्सकों की नियुक्ति पर एनपीए का लाभ बंद करने के फैसले पर जिला भर में डॉक्टर्स दूसरे दिन भी पेन डाउन स्ट्राइक पर रहे। इमरजेंसी सेवाएं बहाल रही। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर और प्रशिक्षण डॉक्टर ने ब्लड बैंक में रक्तदान किया दो दर्जन से ज्यादा डॉक्टर से इसमें शामिल हुए। दूसरे दिन भी दूरदराज के क्षेत्रों से मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए पहुंचे मरीजों को घंटों इंतजार डॉक्टर्स का करना पड़ा इस कारण ओपीडी के बाहर लंबी-लंबी कतारें मरीजों की लगी रही मंगलवार होने के कारण वैसे ही अस्पताल में मरीजों का आंकड़ा 2 से 3000 तक रहता है।एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर सुभाष, आरडीए प्रेसिडेंट डॉ आशीष, एससीए प्रेसिडेंट डॉक्टर शालिनी, स्टूडेंट सेंट्रल स्टेशन के अध्यक्ष आरूषी शर्मा ने कहा है कि यह फैसला डॉक्टर और मरीज विरोधी है। एनपीए बंद करने से डॉक्टरों का रुझान प्राइवेट प्रैक्टिस की ओर बढ़ेगा जिससे सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं पर विपरीत असर पड़ेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस फैसले को तुरंत वापस लिया जाए।
सरकार ले फैसला
डॉक्टर का कहना है कि जब तक सरकार फैसला वापस नहीं लेती तब तक पेन डाउन स्ट्राइक जारी रहेगी जिसके बाद विरोध को और तेज किया जाएगा उधर मरीजों का कहना है कि डॉक्टर हड़ताल पर होने के कारण सुबह 1:30 घंटे तक उन्हें ओपीडी में डॉक्टर के बैठने का इंतजार करने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है उनका कहना है कि 11:00 बजे के बाद ओपीडी सेवाएं शुरू हो रही है उसके बाद टेस्ट करवाना फिर डॉक्टर के पास चेकअप करवाना इस कारण दूसरे दिन भी चक्कर लगाने पर विवश होना पड़ रहा है प्रदेश सरकार को उनकी इस हड़ताल को खत्म करने के लिए अति शीघ्र कदम उठाने चाहिए।