पिछड़ा वर्ग का आरक्षण छीन एक समुदाय विशेष को देने की साजिश रच रही कांग्रेस: भाजपा
जिला भाजपा पदाधिकारीयों ने कांग्रेस की कथनी और करनी पर उठाए सवाल
जिला भाजपा उपाध्यक्ष उषा बिरला एवं अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजेश सेहगल व प्रदेश सह मीडिया प्रभारी संजीव डोगरा ने मंगलवार को यहां जारी संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री ने भरी सभा में दावा किया था कि देश की सभी संस्थाओं में पहला हक मुस्लिम समुदायों को दिया जाएगा। पिछड़ा वर्ग का आरक्षण छीन एक समुदाय विशेष को देने की साजिश कांग्रेस रच रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एवं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने हमेशा गरीब, वंचित और पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए योजनाएं चलाई व उनके लिए काम किया है। भाजपा ने सदा की अनुसूचित जाति समुदाय के हितों की रक्षा को उचित सम्मान दिया है। बिरला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार में वरीयता में रहे हमारे अनुसूचित जाति के भाई बहन आज खुलकर भाजपा के पक्ष में आ गए हैं क्योंकि कांग्रेस ने सदैव ही उन्हें छलने का काम किया है और मात्र वोट बैंक के रूप में देखा है। उन्होंने कहा कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र समेत संपूर्ण हिमाचल में प्रतिदिन हजारों अनुसूचित जाति परिवारों का भाजपा में शामिल होना यह बताता है कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति बुरी तरह पिट चुकी है और लोग अब उनके झूठे वादों के झांसे में आने वाले नहीं हैं। 10 वर्षों में मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ हमारे अनुसूचित जाति के भाइयों बहनों को मिला है। मोदी जी ने उनके जीवन में बेहद सार्थक बदलाव लाए हैं।
भाजपा पदाधिकारियों ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में अनुसूचित जाति समाज कल्याण के लिए प्रतिवर्ष मात्र 40 हजार करोड़ का बजट आबंटित किया जाता था, जबकि आज भाजपा सरकार में यह बजट 1 लाख 40 हजार करोड़ से अधिक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सदा अनुसूचित जाति का हक़ मारा और उन्हें हाशिए पर धकेलने का काम किया, जिसके चलते आज अनुसूचित जाति समाज का कांग्रेस से पूरी तरह मोहभंग हो चुका है। बिरला ने कहा कि भाजपा ने सदा ही अनुसूचित जाति समुदाय के हितों की रक्षा करते हुए उन्हें उचित सम्मान दिया है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हिमाचल में भी एससी समुदाय के उत्थान के लिए दशकों से कार्य करती आ रही है। 1998 में जब भारतीय जनता पार्टी कि प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल जी के नेतृत्व में सरकार बनी तब उस समय अनुसूचित जाति उप योजना का बजट मात्र 11% था जबकि अनुसूचित जाति कि जनसंख्या 25% थी। इसे देखते हुए प्रोफेसर धूमल जी ने अनुसूचित जाति का बजट 11% से बढ़ाकर 25% कर दिया था। यही नहीं धूमल जी ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक अंबेडकर भवन का भी निर्माण कराया था और उस समय अनुसूचित जाति के 2000 मेधावी छात्रों के लिए डॉक्टर अंबेडकर मेधावी छात्रवृत्ति योजना प्रारंभ की थी। इसमें प्रतिवर्ष प्रति विद्यार्थी को ₹10,000 मिलते थे। धूमल जी ने उस समय अनुसूचित जाति के बीपीएल परिवारों के लिए माता शबरी महिला सशक्तिकरण योजना का शुभारंभ किया था जिसके अंतर्गत उन्हें फ्री गैस चूल्हा दिया गया। धूमल जी ने अनुसूचित जाति वर्ग कि बस्तियों में गुरु रविदास सार्वजनिक सुविधा उन्नयन योजना के अंतर्गत गलियों, नालियों और उचित रोशनी के प्रबंधन हेतु विशेष तौर पर ₹10 लाख तक का अनुदान देना भी प्रारंभ किया था।