हमीरपुर की पाहलु ग्राम पंचायत में बने चेक डैम में हुआ है भारी भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार के खिलाफ ग्रामीण हुए लामबंद राज्य सरकार व विजिलेंस को हुई है शिकायत
जिला के बड़सर उपमंडल के तहत आती ग्राम पंचायत पाहलु के गांव पोरला और बैरी गांवों के समीप शुक्कर खड्ड में बने चेक डैम में निर्माण गुणवत्ता का जनाजा निकला है। लाखों की लागत से बना यह चेक डैम बरसात से पहले ही धराशाही हो गया है। निर्माण गुणवत्ता में बरती घोर लापरवाही के कारण यह चेक डैम जगह-जगह से फट चुका है। इस चेक डैम के निर्माण में बेखौफ भ्रष्टाचार के सबूत झांक रहे हैं। प्रथम दृष्टि में देखने से ही साफ हो जाता है कि चेक डैम के निर्माण में निर्माण गाइड लाइन के मुताबिक क्रशर बजरी का प्रयोग न करके खड्ड की बजरी व पत्थरों का प्रयोग किया गया है। पत्थर निर्माण गाइड लाइन को नजर अंदाज करके जरुरत से ज्यादा डाले गए हैं। एक तरह से चेक डैम के निर्माण में भ्रष्टाचार के यह सबूत साबित करते हैं कि इस निर्माण कार्य में या तो सरकारी एजेंसी ने कोताही बरती है या फिर यह कार्य ही सरकारी एजेंसी की सरपरस्ती व मिलीभगती में हुआ है और खड्ड से मशीनों में भर कर रेत, गारा, बजरी, पत्थर वहीं चिन कर इस चेक डैम को बनाने की औपचारिकता पूरी कर दी गई थी। शायद इसी कारण से यह लाखों का चेक डैम बरसात से पहले ही खुद-ब-खुद घटिया निर्माण के चलते नष्ट-भ्रष्ट हो चुका है। हैरानी यह है कि बिझड़ी ब्लॉक के जेई व अन्य तकनीकी लोगों ने पंचायत द्वारा करवाए गए इस निर्माण कार्य को सही करार देते हुए पास भी किया है। चेक डैम में हुए बेखौफ भ्रष्टाचार की शिकायत गांववासियों द्वारा हिमाचल प्रदेश सरकार व विजिलेंस विभाग को की गई है, जिस पर कड़ी कार्रवाई होनी आपेक्षित है। करीब 8 मीटर लम्बे इस चेक डैम पर करीब 12 लाख से ज्यादा की लागत बताई जा रही है। उधर ग्रामीण विकास की तकनीकी एजेंसी ने इस मामले पर कुछ भी बोलने से इन्कार किया है।
इस चेक डैम को बनाने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत पाहलु की थी। पंचायत प्रधान की देख-रेख में यह कार्य संपन्न हुआ है। इसमें बेखौफ भ्रष्टाचार हुआ है। बरसात के पहले ही चेक डैम के नष्ट होने व बड़ी-बड़ी दरारें पडऩे से यह साबित हुआ है कि इस चेक डैम के निर्माण में घोर कोताही बरती गई है। खड्ड की बजरी, रेत, गारा व पत्थर अब दरारों से झांक का साबित कर रहे हैं कि इस निर्माण कार्य में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। जिसकी शिकायत सीधे तौर पर राज्य सरकार व विजिलेंस विभाग को की गई है।
सलोचना ठाकुर, पूर्व बीडीसी मेंबर पाहलु।
मामले का संज्ञान लिया जा रहा है। चेक डैम के निर्माण कार्य की जांच करवाई जाएगी। जो भी दोषी पाया जाता है उसके खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी।
रमेश कुमार, बीडीओ बिझड़ी।