जल जनित रोगों से बचाव के लिए बनाई कार्य योजना
सीएमओ ने की बैठक की अध्यक्षता, डॉ. रमेश चौहान को दी शुभकामनाएं
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में आज एक बैठक आयोजित की गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्निहोत्री की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक के दौरान जिला में आने वाले समय में जलजनित रोगों से बचाव एवं कुशल प्रबंधन के लिए एक कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया गया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश करते हुए कहा कि वे अपने अधीन सभी स्वास्थ्य संस्थानों में रैपिड रिस्पांस टीमें गठित करें तथा इन्हें प्रशिक्षित करें। उन्होंने कहा कि सभी रैपिड रिस्पांस टीमों के मोबाइल नंबर भी प्रदर्शित किए जाने चाहिए। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाईयों एवं उपकरणों का भंडारण भी करें।
उन्होंने कहा कि जलस्रोतों से पानी के सैंपल नियमित रूप से लिए जाने चाहिए तथा परंपरागत जलस्रोंतों की सफाई के लिए पंचायतों एवं ग्रामीण स्वच्छता कमेटियों को भी प्रेरित किया जाना चाहिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी पाठशालाओं में पानी की टंकियों को साफ करवाने और आवश्यकतानुसार क्लोरीन डालने की भी हिदायत ही। डॉ. आरके अग्निहोत्री ने स्कूलों में जलजनित रोगों, मलेरिया, डेंगू और व्यक्तिगत स्वच्छता के प्रति जागरुकता पर भी जोर दिया। उन्होंने खंड चिकित्सा अधिकारियों को आशा वर्कर्स को किटें उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए।
इस बैठक में विशेष रूप से आमंत्रित जाने-माने चिकित्सक एवं मेडिकल कालेज अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश चौहान को मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने शॉल-टोपी और स्मृति चिह्न भेंट करके सम्मानित किया तथा उन्हें उनकी सेवानिवृत्ति के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय जगोता, डॉ. सुनील वर्मा, डॉ. केके शर्मा, डॉ. ललित कालिया, डॉ. आशुतोष, डॉ. बृजेश शर्मा, डॉ. राज कुमार, डॉ. राकेश ठाकुर, डॉ. अरविंद कौंडल, डॉ.अत्री, डॉ. पृथी चौधरी, डॉ. शालिनी, एमईआईओ सुरेश शर्मा, कमल देव, संजीव कतना और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।