‘शिशु के लिए मां का दूध है सर्वोत्तम आहार’

विश्व स्तनपान सप्ताह के उपलक्ष्य पर घनाल खुर्द में आयोजित किया गया जागरुकता कार्यक्रम

‘शिशु के लिए मां का दूध है सर्वोत्तम आहार’

हमीरपुर 05 अगस्त। विश्व स्तनपान सप्ताह के उपलक्ष्य पर शनिवार को बाल विकास परियोजना वृत्त हमीरपुर-2 के आंगनवाड़ी केंद्र घनाल खुर्द में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए पर्यवेक्षक एवं संरक्षण अधिकारी प्रदीप कुमार चौहान ने बताया कि प्रतिवर्ष 1 से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया जाता है। इस दौरान गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को अपने शिशुओं को सही तरीके से स्तनपान कराने और उसके फायदे के बारे में जानकारी दी जाती है।
    उन्होंने कहा कि मां का दूध शिशु के लिए सर्वोत्तम आहार है और जन्म के समय बच्चे को पहला गाढ़ा पीला दूध कोलोस्ट्रम जरूर पिलाना चाहिए क्योंकि यही बच्चे का प्राकृतिक टीकाकरण है। स्तनपान से शिशु का समुचित शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। इसके अलावा मां का दूध बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है जो उसे निमोनिया, दस्त और कई अन्य बीमारियों से बचाता है। इसके अलावा सही स्तनपान करवाने से मां को भी फायदा होता है और स्तन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से उसका बचाव होता है। पर्यवेक्षक ने कहा कि बच्चे को 6 माह तक सिर्फ मां का दूध, उसके अलावा कुछ भी नहीं और 6 माह के बाद ऊपरी आहार और लगभग 2 वर्ष तक स्तनपान जरूर करवाना चाहिए।
  इस अवसर पर महिलाओं को कुपोषित, अल्प वजन या कमजोर कमजोर बच्चों के लिए ‘कंगारू मदर केयर’ के बारे में भी जानकारी दी गई। पर्यवेक्षक ने बताया कि शिशु को मां या परिवार का कोई अन्य सदस्य कंगारू मदर केयर करवा सकता है। इसके बहुत ही बेहतर परिणाम आए हैं।
 कार्यक्रम के दौरान वित्तीय साक्षरता विशेषज्ञ नीतू राठौर ने भी महिलाओं को स्तनपान के महत्व के साथ-साथ प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, बेटी है अनमोल योजना, शगुन योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना और महिला स्वरोजगार योजना की जानकारी भी दी।
  शिविर में पंचायत सदस्य रश्मि पाठक, पलक पटियाल, अंजलि ठाकुर अनुज कुमारी, स्वर्णा देवी, सुनीता, मीना, आरती, गायत्री, सीमा देवी, सुदेश, कौशल्या, लता डोगरा, मीरा, कल्पना, सरोज, सीमा कुमारी, रमन ज्योति, नीला देवी और अन्य महिलाएं भी उपस्थित थीं।