दियोटसिद्ध मंदिर में चढ़ाए बकरे 39 लाख में नीलाम, चैत्र मास मेलों में पौणाहारी के दरबार खूब उमड़ा आस्था का सैलाब,
उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालकनाथ मंदिर दियोटसिद्ध में चैत्र मास मेलों के दौरान चढ़ाए गए बकरों से मंदिर ट्रस्ट को लगभग 39 लाख की आमदन हुई है। मेलों के दौरान भक्तों ने अपनी मनोकामना पूर्ण होने स्वरूप दियोटसिद्ध मंदिर में 1345 बकरे चढ़ाए हैं। छह अप्रैल को 178 बकरों की नीलामी की गई है। चैत्र मास मेलों में दियोटसिद्ध मंदिर में चढ़ाए गए 1345 बकरों की नीलामी से मंदिर प्रशासन को 38 लाख 93 हजार 800 रुपए की आमदन हुई है। महीने में 13 बार बकरों की नीलामी की गई। पहली नीलामी 16 मार्च को की गई। 53 बकरों को एक लाख 16 हजार 200 रुपए में नीलाम किया। 18 मार्च को 49 बकरों को एक लाख 50 हजार 300 रुपए में नीलाम किया। 20 मार्च को 141 बकरे चार लाख 44 हजार 800 रुपए में बेचे गए। 23 मार्च को 74 बकरों को दो लाख 54 हजार 400 पर बेचा। पांचवीं बार 49 बकरों को बेच कर ट्रस्ट को एक लाख 47 हजार की आमदन प्राप्त हुई। छठी बोली में 164 बकरों को चार लाख 85 हजार 700 रुपए में नीलाम किया गया। 30 मार्च को आयोजितसातवीं बोली में 90 बकरों को दो लाख 66 हजार 100 रुपए में नीलाम किया।
आठवीं नीलामी में 75 बकरों को बेचा गया। पहली अप्रैल को 75 बकरों की बोली लगाई गई। खरीददातों ने इन्हें दो लाख 20 हजार 700 रुपए में खरीदा। तीन अप्रैल को 139 बकरे तीन लाख 90 हजार 800, छह अप्रैल को 178 बकरे तीन लाख 76 हजार 800, आठ अप्रैल को 98 बकरे दो लाख 60 हजार 200 रुपए, दस अप्रैल को 155 बकरे चार लाख 66 हजार 700 तथा 13 अप्रैल को हुई नीलामी में 85 बकरों को तीन लाख 14 हार 800 रुपए में नीलाम किया। दियोटसिद्ध मंदिर अधिकारी धर्मपाल नेगी ने बताया कि चैत्र मास मेलों में मंदिर में श्रद्धालुओं ने 1345 बकरे चढ़ाए हैं। बकरों की 13 बार नीलामी की गई। बकरों को नीलाम कर मंदिर ट्रस्ट को 38 लाख 93 हजार 800 रुपए की आमदन हुई है।