पूर्व विधायक आशीष को जनता से वोट नहीं माफ़ी मांगनी चाहिए : डॉ पुष्पेंद्र
कहा, अपने स्वार्थ के लिए हमीरपुर क़ी जनता के आशीर्वाद को ठुकराकर दिया त्यागपत्र।
हमीरपुर में कांग्रेस प्रत्याशी डॉ पुष्पेंद्र वर्मा ने क्षेत्र क़ी डुगली एवं लंबलू पंचायतों में आयोजित नुक्कड़ सभाओं में कहा कि पूर्व विधायक आशीष शर्मा को इस बार जनता से वोट नहीं बल्कि माफ़ी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि निर्दलीय ने हमीरपुर की जनता के विश्वास को तोड़ा है। उन्होंने अपने सवार्थ के चलते जनता के आशीर्वाद को ठुकरा दिया। डॉ पुष्पेंद्र ने कहा कि जब वर्ष 2022 में बतौर आजाद चुनाव लड़ा था तो कहा था कि वे जनता की मांग पर चुनाव लड़ रहे है, अब वे बताए कि क्या त्यागपत्र भी जनता की मांग पर ही दिया है। उन्होंने कहा कि जो हमीरपुर की जनता के नहीं हुए, तो भाजपा के कब होंगे। डॉ वर्मा ने कहा कि ये बात अब किसी से छुपी नहीं है कि पूर्व विधायक हमीरपुर क़ी जनता के कोई काम लेकर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह के पास नहीं गए, वे मात्र अपने अवैध धंधों को बढ़ाने मात्र मुख्यमंत्री के दरवाजे खटखटाते रहे, लेकिन मुख्यमंत्री ने ऐसा ना कर हमीरपुर के विकास को प्राथमिकता दी। इसी वजह से पूर्व विधायक निराश हो गए और जिले के मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत पर उतर आए। उन्होंने कहा कि ये और इनके राजनितिक आका हमेशा जिला से होने वाले मुख्यमंत्रियों के खिलाफ साजिश ही रचते आए है। इनके राजनितिक आका को हाल ही में हुए सुजानपुर के उपचुनाव में जनता ने सबक सिखाकर घर बैठा दिया है, अब इनकी बारी का इंतजार हमीरपुर की जनता कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 के चुनावों में जिला से मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को हरवाने में इन दोनों ने कोई कसर नहीं छोड़ी, अब जब जिला से सुखविंद्र सिंह के रूप में जिला को मुख्यमंत्री मिला है तो ये लोग फिर मुख्यमंत्री के खिलाफ शाजिस रचने लग पड़े। उन्होंने कहा कि इस बार इन्हे मुँह की खाने पड़ी है और जनता भी इनके मंसूबों को समझ चुकी है, यही वजह है कि एक को जनता ने सबक सीखा दिया है अब दूसरे की बारी है। इस अवसर पर स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि एवं कांग्रेस पदाधिकारी के साथ गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
केसीसी बैंक के चेयरमैन कुलदीप पठानिया, पूर्व विधायक अनीता वर्मा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुमन भारती सहित अन्य नेताओं ने भी क्षेत्र में विभिन्न पंचायत मै नुक्कड़ जनसभाओं को सम्बोधित कर डॉ पुष्पेंद्र वर्मा के हक़ में वोट मांगे। इन्होने पूर्व विधायक पर तंज कसा कि अब वे किस मुँह से वोट मांग रहे है, जबकि वे जिले के मुख्यमंत्री के खिलाफ चलते रहे।