नामजद सोहन सिंह दलाल ने वापस ली जमानत अर्जी, चपरासी की रद्द
भंग हो चुके हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की तीन विभिन्न भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक मामले में नामजद दलाल सोहन सिंह ने गुरुवार को न्यायालय से अपनी जमानत अर्जी वापस ले ली। दलाल के खिलाफ पूर्व में कंप्यूटर ऑपरेटर और जूनियर ऑडिटर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने पर विजिलेंस थाना हमीरपुर में मामला दर्ज हुआ था। अब दलाल की धर्मपत्नी भी पोस्ट कोड 939 जेओए आईटी पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हो चुकी हैं। पत्नी को भी दलाल ने ही भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र उपलब्ध करवाया था।इसके चलते एसआईटी ने अब दलाल सोहन सिंह को जेओए आईटी भर्ती परीक्षा मामले में भी नामजद किया है। एसआईटी बहुत जल्द न्यायालय में सोहन सिंह की न्यायिक हिरासत को पुलिस हिरासत में तबदील करने की अर्जी लगाने वाली है। इसके चलते सोहन सिंह ने वीरवार को अपनी जमानत अर्जी वापस ले ली।
उधर, भंग हो चुके हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के चपरासी किशोरी लाल की जमानत अर्जी पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने जमानत पर रिहा करने से इंकार कर दिया। क्योंकि एसआईटी ने इस मामले में जोरदार तरीके से अपना पक्ष रखा। किशोरी लाल के खिलाफ भी जेओए आईटी भर्ती परीक्षा के दौरान ओएमआर शीट्स से छेड़छाड़ का आरोप है। एक अन्य आरोपी चपरासी मदन लाल की जमानत भी गत दिवस न्यायालय रद्द कर चुका है। अब यह दोनों चपरासी न्यायिक हिरासत में हैं।
पूर्व सचिव एवं आरोपी एचएएस अधिकारी डॉ. जितेंद्र कंवर की न्यायिक हिरासत जिला सत्र न्यायालय ने अब 17 मई तक बढ़ा दी है। जबकि पोस्ट कोड 939 जेओए आईटी पेपर लीक मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी उमा आजाद के पड़ोसी भाई-बहन गोपाल और नीतू की पुलिस हिरासत वीरवार को खत्म होने पर इन दोनों को एसआईटी ने फिर से न्यायालय में पेश किया, जहां से दोनों को 17 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। जिस तरह से एसआईटी आए दिन नए खुलासे कर रही है, उससे जाहिर है कि भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक मामले की आंच अब नौकशाह और कुछ राजनेताओं पर भी आने वाली है।